मेह बरस्यां पछै मायड़ धरती रा रूप ही निराळा व्है जी




______________
आली बाळू रेत देखनै
टाबर थरपै गोगा /
मुंडै मुळकै हेत धरा रो
हेठां नागा-पोगा /
___________
करि टोडियै मस्सकरि
देख खैरड़ी -कांट /
किरसक घाली कामड़ी
टोड बगै चुंचाट /
____________
गोद्यां कूकै गीगलो
कांधै सिसकै बै'न (बहन) /
सासू राखै टुणकुलो
कीकर होवै सै'न /
__\___________
हुकमो पीवै पावटी
रुखमा काढै गाळ /
म्हारै पल्लै बाबलियै
क्यूं बांध्यो गैइवाळ //
__________________
© ® देबू
फोटू : देबूड़ै गा भाणजिया 
Previous Post Next Post